सिद्धचक्र महामंडल विधान का समापन पर विश्व शान्ति महायज्ञ आज
सलूंबर। मुनि अपूर्व सागर महाराज , मुनि अर्पित सागर महाराज, मुनि विवर्जित सागर महाराज व क्षुल्लक महोदय सागर महाराज के सानिध्य मे जैन बोर्डिग में चल रहे सिद्धचक्र महामण्डल विधान में प्रातः अभिषेक शांतिधारा नित्य पूजन हुआ। दोपहर में प्रतिष्ठाचार्य अरविंद जैन रामगढ़, नितिन गुणावत, ब्रह्मचारी नमन भैया के निर्देशन में सिद्धचक्र विधान पूजा में सौधर्म इंद्र बदामीलाल अनिला देवी सिंघवी ,कुबेर इंद्र अशोक रेखादेवी तोरावत, यज्ञनायक राकेश हेमलता ढालावत ,राजा श्रीपाल कमलेश निर्मला देवी, अध्यक्ष दिनेश ढालावत ,महामंत्री अक्षय ग़ड़ियां ,कोषाध्यक्ष जयप्रकाश शाह, प्रभारी मणिलाल मालवी, कमलेश तोरावात, गजेन्द्र दोसी सहित इंद्र इंद्राणियों ने संगीतमय आराधना के साथ श्रावक श्राविकाओ ने अर्ध समर्पण किए। इस अवसर पर मुनि श्री के मंगल प्रवचन हुए। रात्रि को कुंथु महिला मंडल द्वारा नाटिका प्रस्तुत की गई। इस अवसर पर सेठ लक्ष्मीलाल ढालावत, ललित भीमावत, रमेश कुनिया, अभय कुमार गांधी, महेंद्र रूपावत सहित सैकड़ों श्रावक श्राविकाये मौजूद थे। प्रवक्ता अनिल स्वर्णकार ने बताया कि सिद्धचक्र विधान का समापन शनिवार को शौभायात्रा ओर विश्वशांति महायज्ञ के साथ होगा। धर्म सभा में मुनि संघ के सानिध्य में जैन बोर्डिंग सलूंबर का नामकरण चारित्र चक्रवर्ती आचार्य शांति सागर जी महाराज के नाम से करने की घोषणा की गई।