मध्य प्रदेश के 35वें मुख्य सचिव बने अनुराग जैन, कमलनाथ की सरकार में निभाई थी वित्त विभाग की जिम्मेदारी
भोपाल। अनुराग जैन मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव बन गए हैं। इस संबंध में आदेश द्वारा जारी किया गया है। पूर्व मुख्य सचिव वीरा राणा की 30 सितंबर 2024 को एक्सटेंशन सर्विस खत्म हो रही है। अनुराग जैन 1989 बैच के आईएएस अफसर हैं। वें आज मध्य प्रदेश के 35वें मुख्य सचिव बन गए हैं।
अनुराग जैन को उनकी सीनियरिटी के आधार पर मध्य प्रदेश का मुख्य सचिव नियुक्त किया गया है। अनुराग जैन 30 मई 2020 से केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर थे। बीते दिनों सीएम मोहन यादव ने दिल्ली स्थित मध्य प्रदेश भवन में उनसे मुलाकात की थी। इसके बाद मुख्य सचिव की दौड़ में उनके नाम की भी चर्चा हुई थी।
कमलनाथ की सरकार में अनुराग जैन को मिली थी वित्त विभाग की जिम्मेदारी
अनुराग जैन पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के दो बार सचिव रह चुके हैं। वित्त प्रबंधन में अनुराग जैन विशेषज्ञ हैं। साल 2019 में कमलनाथ की सरकार में उन्हें वित्त विभाग की जिम्मेदारी सौपी गई थी। इसके बाद केंद्र ने उन्हें दिल्ली बुला लिया था। मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में उन्हें सबसे अहम रोड ट्रांसफोर्ट और हाईवे मंत्रालय की जिम्मेदारी मिली थी।
अनुराग जैन ने मध्य प्रदेश पब्लिक सर्विस डिलीवरी एक्ट को लागू करने में बड़ी भूमिका निभाई थी। केंद्र के गति शक्ति मास्टर प्लान में उनका अहम योगदान था। वे दिसंबर 2013 से जनवरी 2014 तक इम्पोर्ट एक्सपोर्ट बैंक के कार्यवाहक अध्यक्ष और कार्यवाहक प्रबंध निदेशक भी रहे हैं ।
पीएम के करीबी हैं आईएएस अनुराग जैन
इससे पहले मध्य प्रदेश मुख्य सचिव के रूप में आईएएस राजेश राजौरा के नाम की चर्चा जोरों पर थी। लेकिन सबसे सीनियर अफसर अनुराग जैन को ही मुख्य सचिव बनाया जा रहा है। ऐसे में आईएएस राजेश राजौरा, 1989 बैच के कृषि उत्पादन आयुक्त मोहम्मद सुलेमान, TRI के डायरेक्टर विनोद कुमार और प्रशासन अकादमी के डीजी जेएन कंसोटिया को सुपरसीड नहीं किया जाएगा। माना जा रहा है कि अनुराग जैन पीएमओ के काफी करीबी माने जाते हैं, इसलिए उन्हें यह बड़ी जिम्मेदारी सौपी गई है।