- जैन धर्म पूरे विश्व के लिए महान उपहार : राज्यपाल
एसएस जैन सभा ने रविवार को कपूरथला रोड पर स्थित द्रोणा गार्डन में सर्व धर्म संगम का आयोजन किया। आचार्य सम्राट पूज्य आत्माराम महाराज की 14वीं, राष्ट्र संत वरिष्ठ उपाध्याय वाचनाचार्य पूज्य मनोहर मुनि महाराज की 97वीं जयंती के शुभावसर पर कार्यक्रम िकया। संत गौरव उपप्रवर्तक पीयूष मुनि महाराज ने अपने धारा प्रवाह प्रवचन में कहा कि जैसे कलकल करती नदियां भिन्न-भिन्न मार्गों से समुद्र की ओर जाती हैं। इसी प्रकार संसार में विभिन्न पंथ, संप्रदाय आत्मा की परमात्मा की ओर यात्रा का मार्ग दिखाते हैं। संसार अनेक मजहब रूपी फूलों की फुलवारी है, जो आत्मा को आत्मानंद के सौरभ से सुरभित करते हुए मोक्ष का पथ प्रदर्शित करते हैं।
जिस तरह बुद्धिमान व्यक्ति प्रत्येक पुष्प की सुगंध लेकर उसकी प्रशंसा करता है, इसी प्रकार प्रत्येक धर्म का यथोचित आदर करते हुए उसमें से अच्छाई ग्रहण करनी चाहिए। एक फूल को पसंद करने पर बाकी फूलों को उखाड़ने से बगीचे की खूबसूरती खत्म हो जाती है। ऐसे ही फिरकों के चक्कर में लड़ने, मार-काट करने तथा द्वेष रखने से मुक्ति के द्वार बंद हो जाते हैं। प्रत्येक धर्म मानवता के आधारभूत तत्वों क्षमा, संतोष, दया, करुणा, सत्य, संयम, सदाचार पर बल देता है।
सभी मजहब आत्मा को ऊंचा उठाने और मुक्ति पथ पर आगे बढ़ाने की कोशिश करते हैं। धर्म रूपी आत्मा के निकल जाने पर संप्रदाय रूपी कलेवर ईर्ष्या-द्वेष तथा वैमनस्य की दुर्गंध फैलाता है। सभी अनुष्ठान मुक्ति रूपी मंजिल तक पहुंचाने के लिए हैं। बशर्ते सम्यक विवेक जागृत हो और व्यक्ति सदाचारी हो। किसी भी नाम, तरीके से की हुई उपासना उसी परम सत्ता तक ले जाती है। अपने ही सही और दूसरों के गलत होने का हठ छोड़कर सत्य की तलाश करनी चाहिए। प्राणी मात्र के प्रति मैत्री रखनी चाहिए।


महामंडलेश्वर मनकामनेश्वर गिरि, दिव्य ज्योति जागृति संस्थान के स्वामी चिन्मयानंद, ब्रह्मर्षि बावरा मिशन की चेयरपर्सन डॉ. अमृता दीदी, प्रणामी संप्रदाय राष्ट्रीय उपाध्यक्ष स्वामी श्यामानंद, निर्मल अखाड़ा महंत गुरविंदर, स्वामी विज्ञानानंद, ब्रह्मकुमारीज मिशन की गीता दीदी, डिवाइन मिशन के राजकुमार गुरु, विश्व मानव रूहानी केंद्र के प्रतिनिधि मनमोहन, नामधारी संप्रदाय प्रतिनिधि, बौद्धभिक्षु भंते शिलानंद, साध्वी डॉ. प्रियतम ने िवचार साझा िकए। एसएस जैन सभा के सदस्य कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए।
पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने आत्माराम महाराज की जयंती के अवसर पर कहा कि आज विश्व में शांति, एकता और मानवता के आदर्शों को मजबूत करने के लिए सर्व धर्म संगम के महत्व को समझना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा मंच है, जहां सभी धर्मों के लोग अपने-अपने विचार, आस्था और विश्वास लेकर एकता और सद्भाव के साथ मिलते हैं।
उन्होंने कहा कि जैन धर्म पूरे विश्व को एक महान उपहार िमला है, जिसने सदैव शांति, अहिंसा और सहयोग का उपदेश दिया है। उन्होंने कहा कि जैन धर्म मानव कल्याण के साथ-साथ अहिंसा, प्रत्येक जीव, वृक्ष, पक्षी आदि के प्रति प्रेम व स्नेह का संदेश देता है। यहां विधायक रमन अरोड़ा, विधायक महिंदर भगत, राज्यसभा सदस्य डॉ. अशोक कुमार मित्तल, डिप्टी कमिश्नर हिमांशू अग्रवाल, एसएस जैन सभा के प्रधान सतपाल जैन, उप प्रधान अनिल जैन, महामंत्री उष्ण जैन व अन्य श्रद्धालु उपस्थित रहे।