अडिंदा ट्रस्ट ने 400 पदयात्रियों और बच्चो को किया सम्मानित
- धर्मसभा में हुए आर्यिका भरतेश्वरमति माताजी के मंगल प्रवचन
उदयपुर । बीसा नरसिहपुरा दिगंबर जैन समाज नवयुवक मंडल उदयपुर के तत्वाधान में मंडी की नाल, उदयपुर और कानपुर से पदयात्रा प्रारंभ कर अडिंदा पहुंचे 400 से अधिक पदयात्रियों का रविवार को आर्यिका भरतेश्वरमति माताजी ससंघ सानिध्य में ट्रस्ट अध्यक्ष सुरेश हिसावत, कोषाध्यक्ष कमल सागोटिया, सचिव अनिल अखावत उपाध्यक्ष प्रवीण संगावत और ट्रस्ट परिवार द्वारा प्रभावना वितरण कर, उपरणा पहना कर स्वागत सम्मान किया गया। धर्मसभा में आर्यिका भरतेश्वरमति माताजी ने कहा कि जैन कुल में जन्म लेना ही बड़ी बात नहीं बल्कि जन्म लेना तो तब सार्थक है जब हम जैन कुल के संस्कारों का पूर्ण रूप से निर्वहन करे नित्य देव दर्शन, रात्रि भोजन त्याग, पानी छान कर पीना, देव शास्त्र गुरु भक्ति जैन की पहचान है ।

आर्यिका माताजी ने सभी को मंगल आशीर्वाद दिया। प्रातः भगवान पार्श्वनाथ का पंचामृत अभिषेक, पूजन और शांतिधारा हुई। नवयुवक मंडल के विमल नाथुत, अनिल सिपरिया, मुकेश सिपरिया, कमलेश सिपरिया, आशीष मेहता, प्रवीण सिंघवी सहित सैकड़ो जैन समाज के श्रावक श्राविकाएं मौजूद थे इस बार पदयात्रियों में युवाओं के साथ बुजुर्ग छोटे बच्चो ने भी पदयात्रा की। धर्मसभा में आदिब्रम्हा आदिनाथ फाउंडेशन द्वारा गत दिवसों में भींडर में आयोजित 10 दिवसीय शिविर में प्रथम द्वितीय तृतीय रहे 25 विद्यार्थियों को मोहनीदेवी लक्ष्मीनारायण, अनीता देवी संजय कुमार, अदिती प्रभात कुमार, कैलिस, परिका काला परिवार सूरत वालो द्वारा पारितोषिक वितरण किए गए। साथ ही अडिंदा ट्रस्ट परिवार द्वारा सभी बच्चो और स्टाफ को पानी बोटल पुरुस्कार स्वरूप प्रदान दी गई। संस्था निदेशक अनिल स्वर्णकार ने आर्यिका भरतेश्वरमति माताजी को जिनवाणी भेट की। अर्पिता भोई ने तपस्वी सम्राट आचार्य सन्मति सागर जी महाराज के तपस्वी जीवन वृत्त से सभी को अवगत कराया।